कोकराझार। बोड़ोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) का दो चरणों में 07 और 10 दिसम्बर को परिषदीय चुनाव होने जा रहा है। इसको लेकर बीटीसी इलाके में इन दिनों कोरोना संक्रमण के बावजूद चुनावी सरगर्मियां काफी बढ़ गयी हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां लगातार चुनव प्रचार में जुटी हुई है। इस कड़ी में शुक्रवार को भी भाजपा, बीपीएफ, यूपीपीएल समेत अन्य पार्टियों का चुनावी कार्यक्रम निर्धारित है।
भाजपा के प्रभावशाली नेता व राज्य सरकार में मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा बीटीसी परिषदीय प्रशासन में पिछले 17 वर्षों से काबिज बीपीएफ पर जमकर हमलावर हैं। वहीं बीपीएफ को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विश्वजीत दैमारी भी अब बीपीएफ की कमियों को गिनाने में जुट गये हैं।
गुरुवार की शाम को कोकराझार जिला भाजपा कार्यालय में राज्यसभा के पूर्व सांसद विश्वजीत दैमारी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार बोडोलैंड में भाजपा की सरकार बनानी तया है। क्योंकि गत 7 वर्षों से बोडोलैंड निवासी बीपीएफ के शासन से पूरी तरह से परेशान हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब से पहले कोई भी राष्ट्रीय राजनीतिक दल बोडोलैंड में सरकार बनाने के बारे में सोचती ही नहीं थी। जिसकी वजह से बोडोलैंड के मतदातों को मज़बूरी में बीपीएफ को अपना मत देना पड़ता था। इसका लाभ उठाकर बीपीएफ लगातार बोडोलैंड में सरकार बनती थी।
दैमारी ने कहा कि इस बार भाजपा ने बोडोलैंड के लोगों के हितों को देखते हुए यह निर्णय लिया है कि बीटीसी के लोगों का भी पूरी तरह से विकास हो। ताकि अन्य राज्यों की तरह सभी सरकारी योजनाओं का लाभ बोडोलैंड के लोगों को मिले और जल्द से जल्द बोडोलैंड का विकास हो। इसलिये इस बार बोडोलैंड के मतदातों के समक्ष इस बार परिवर्तन का एक मौका हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस बार बोडोलैंड में भाजपा भारी मतों से जीतकर बोडोलैंड की सत्ता पर काबिज होगी। अभी तक 15 सीटों में भाजपा की जीत निश्चित हो चुकी है। और, आगामी 05 दिनों में बाकी सीटों पर भी जीत को सुनिश्चित करने के लिए प्रचार अभियान चलाया जाएगा।
दैमारी ने बीपीएफ के अध्यक्ष हग्रामा महिलारी पर भष्टाचार के आरोप भी लगाते हुये कहा कि सरकार से मिलने वाले विकास की धनराशि को ठेकेदारों को बुलाकर विभिन्न कामों का इस्टीमेट बनाकर लाने को कहते थे। जबकि उस धनराशी से वे बोडोलैंड के सभी गांवों की समस्यों और लोगों के लिये योजना बनाकर बोडोलैंड का विकास कर सकते थे। लेकिन वे विकास के पैसे का उपयोग अपने निजी स्वार्थ के लिये करते थे जिसकी वजह से बोडोलैंड में सरकारी घर की वजह नेतों का घर बड़ा सुन्दर बना है।
उन्होंने कहा कि हग्रामा महिलारी के पास समय नहीं कि वे जनता के बारे में सोचें। क्योंकि उनको अपने विभिन्न व्यसायों का हिसाब करने से ही समय नहीं मिलता है। वे जनता के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं। दैमारी ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुये कहा कि अगर में भष्टाचार किया है तो मुझ पर भी जांचा होनी चाहिये।